Tuesday, September 9, 2014

The Great Bharat Army

NDTV का रिपोर्टर बाढ़ में फँसे
कश्मीरी मुसलमानों का इंटरव्यू ले रहे
हैं .........
और
मेरा दिल कर रहा है कि उन
कश्मीरियों की बातों का जवाब दूं ....
एक कश्मीरी 1 - सब तबाह हो गया ...
हमारा घर
बह गया ....
मेरा मन -- तुम्हारा घर ???
कौन
सा घर ???।
ये
तो कश्मीरी पंडितों के घर थे .....
तुमने
तो उन्हें
मार के उनकी जगह छीन ली ......।
कुत्तों ...
तबाह
तो वो पंडित हुए थे जिनकी जन्नत तुमने
उनसे
छीन
ली .....
कश्मीरी 2- कल मेरी शादी थी ....
मेरा शादी का सारा सामान बह
गया ?
मेरा मन - साले ...
शादी थी ...
आज
नहीं कल
हो ही जाएगी .........
पर उन
कश्मीरी हिन्दू
लड़कियों की शादी शायद
कभी नहीं हुई
होगी जिनकी तुमने आबरू लूट ली . ..
या हो भी गयी होगी तो वो बलात्कार
का दंश हर
पल महसूस करती होंगी ........
और शादी के अपने सामान
की इतनी चिंता ????
अरे
तुम लोगों ने उन पंडितों के बसे बसाये
घर
मकानों पर
कब्जा कर लिया ...
उनके खेत .. पशुओं पर दांत
गढ़ा दिए ...
उनके गहने कपड़े हड़प लिए ......
शर्म
नहीं आयी तुम भिखारियों को .......
जिन हिन्दुओं
और हिंदुस्तान को गाली देते हो ....
उन्हीं के फेंके और
छीने टुकड़ों पर जीते हो ......
कश्मीरी 3- यहाँ हमें अभी तक कोई
मदद
वदद
नहीं मिली ......
हम भूखे हैं ......
कहाँ है
वो इनका लंगर वंगर ....
मेरा मन चीख उठा --
‪#‎सूअर‬ की औलाद .....
लंगर वंगर
याद आ रहा है तुझे .....
खबीस
की औलाद ......
उसी लंगर को जलाया था न अमरनाथ
यात्रा के
दौरान ......
हवन कुंड में मूत्र विसर्जन
किया था न ........
अब जा उसी मूत
को पी .....
चल
भाग ....
‪#‎राणा 

Sunday, September 7, 2014

कडवे सच से रूबरू करवाना हैं।

तेज़ाब हमलों पे कुछ पंक्तियाँ 

#Share_Please!

चलो,!फेंक दिया
सो फेंक दिया ....
अब कुसूर भी,बता दो मेरा
तुम्हारा इज़हार था
मेरा इनकार था
बस इतनी सी बात पर
फूँक दिया चेहरा ......
गलती शायद मेरी थी
प्यार तुम्हारा देख न सकी
इतना पाक प्यार था
के उसको समझ न सकी ....
अब अपनी गलती मानती हूँ
क्या ...अब तुम अपनाओगे मुझको ?
क्या ...अब अपना बनाओगे मुझको ?
क्या ...लबो से चूमोगे मेरे होठों को ?
जो अब दिखाई नहीं देते
क्या ...सहलाओगे मेरे चेहरे को ?
जिन पर अब फफोले हैं
मेरी आँखों में देखोगे ,आँखें डाल कर ?
जो अब अन्दर धस चुकी है
जिनकी पलके सारी जल चुकी हैं
चलाओगे अपनी उंगलिया,मेरे गालो पर ?
जिन पर पड़े छालो से अब
पानी निकलता है ....
हाँ ! शायद तुम कर लोगे ...
तुम्हारा प्यार तो सच्चा है
है ना ???
अच्छा ! एक बात तो बताओ
ये ख्याल तेज़ाब का,कहाँ से आया ?
किसी ने बताया ?
या ज़ेहन में तुम्हारे,खुद ही आया ?
अब कैसा महसूस करते हो तुम
मुझे जला कर ?
गौरवन्वित ???
या पहले से ज्यादा
और मर्दाना ???
तुम्हे पता है
सिर्फ मेरा चेहरा जला है
जिस्म अभी पूरा बचा है
एक सलाह दूँ !
एक तेजाब का तालाब बनवाओ
फिर उसमे मुझसे छलांग लगवाओ
जब पूरी जल जाउंगी मैं
फिर प्यार तुम्हारा गहरा होगा
और सच्चा होगा ....
एक दुआ है ...
अगले जन्म
मैं तुम्हारी ,बेटी बनू
और तुम जेसा सच्चा "आशिक़ "
फिर मिले .....!

आपसे अपील है कि अगर आपको विचार पसंद आए
हों तो इसे share कर तेजाब हमलों के खिलाफ चलाए जा रहे
इस
जागरूकता अभियान मे भाग ले ।।

#राणा